पिंडरा।काशी द्वार के विरोध में लगातार 25 दिनों से दिन रात अनवरत धरने पर बैठे किसानों और तहसील प्रशासन के बीच हुई वार्ता भी शनिवार को असफल रही। वही किसानों ने प्रशासन के ऊपर अड़ियल रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए होली न मानने का निर्णय लिया।
बताते चलें कि किसान काशी द्वार अवासीय योजना को रद्द करने की मांग को लेकर बैठे धरने को समाप्त करने की अपील करने पहुचे नायब तहसीलदार राधेश्याम यादव व श्वेता सिंह पटेल का प्रयास असफल हुआ। उसके बाद एसडीएम पिंडरा प्रतिभा मिश्रा ने किसानों के साथ अपने कार्यालय में बुलाया। आधे घंटे तक चली वार्ता भी असफल हुई और किसानों धरना खत्म करने पर सहमत नही हुए। वही इस बाबत डीएम व एसडीएम को दिए पत्रक में किसानों ने होली के त्योहार न मनाने से अवगत कराते हुए प्रशासन के प्रति आक्रोश जताया।
इस दौरान फतेहनारायन सिंह, रघुवर प्रसाद, श्यामनारायण सिंह, तूफानी, रामजी सिंह,जितेंद्र पटेल,अशोक पटेल,मेवालाल, ऋषिनारायन, अजित पटेल व सन्तोष पटेल समेत अनेक लोग रहे।
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