नहीं मिलरहा बाल पोषाहार, चिन्तित हैं लाभार्थियों के परिवार

संचालिकाएं और सहायिकाएं हैं लाचार,निश्चिंत हैं केन्द्र के जिम्मेदार

केराकत(जौनपुर)। उक्त शिकायतों से नहीं है इंकार- ऐसा मानना है स्थानीय क्षेत्र के उन चिन्तित लाभार्थियों का जो पिछले कई महीनों से पोषाहार से वंचित हैं। जबकि सरकार की योजना के अनुसार प्रतिमाह वितरण होने वाली खाद्य सामग्रियों पर गौरकिया जाय तो-ये कि, कुपोषण को लेकर संवेदनशील मौजूदा सरकार नें बाल विकास योजना के तहत गर्भवती महिलाओं एवं नवजात से लेकर 6 वर्ष की आयु के शिशुओं को निरन्तर प्रतिमाह पौष्टिक आहार वितरित करने का न सिर्फ योजना बनाई है बल्कि भष्टाचारमुक्त क्रियानवयन पर सख्त निर्देश भी जारी किया गया है। यदि तथा कथित आँगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिकाओं के कथन पर यकीन किया जाये तो उनका कहना यह भी है कि, हम तो बस अपने हाकिमों के आदेश के आदेश के गुलाम है हमें इस विषय पर टीका टिप्पणी करनें का सामर्थ नहीं है। सूचीबद्ध खाद्य सामग्री में दाल, दलिया, सत्तू, रिफाइन आयल एवं विटामिन आयरन की दवाओं में से कभी समुचित वितरण संभव नहीं हो सका ऐसे में पात्र परिवारजनों ने जिलाधिकारी महोदय का इसओर ध्यान आकृष्ट करने की अपील की है कि-आप हैं किधर,एक नजर इधर।

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