वाराणसी-सेंट्रल जेल में बंदियों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से कंप्यूटर प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, जिससे वे रिहाई के बाद खुद का रोजगार शुरू कर सकें। सोमवार को जेल में पांच कंप्यूटर मुहैया कराए गए, जिनसे एक नई कंप्यूटर लैब की स्थापना की गई। इस लैब का उद्घाटन कारागार के वरिष्ठ अधीक्षक राधाकृष्ण मिश्र द्वारा किया गया।
मेकिंग द डिफरेन्स फाउंडेशन के अध्यक्ष दीपक मिश्र और सचिव प्रिंस चौबे ने जेल प्रशासन को कंप्यूटर भेंट किए। इस अवसर पर वरिष्ठ अधीक्षक राधाकृष्ण मिश्र ने कहा कि वर्तमान समय में कंप्यूटर का ज्ञान हर क्षेत्र में रोजगार के लिए आवश्यक हो गया है। उन्होंने बताया कि जेल प्रशासन का उद्देश्य कैदियों को विभिन्न रोजगारपरक प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाना है, जिससे वे समाज में पुनः सम्मानपूर्वक जीवन व्यतीत कर सकें।
इसके अलावा, कौशल विकास मिशन की ओडीओपी (One District One Product) और ओजेओपी (One Jail One Product) योजना के तहत प्रशिक्षित बंदियों को प्रमाण पत्र और टूल किट भी वितरित की गई। कार्यक्रम में कारापाल वीरेंद्र कुमार वर्मा, उप कारापाल अमित कुमार वर्मा, अशोक कुमार राय, किशन सिंह वाल्दिया, और कारागार प्रशिक्षक आरके गुप्ता सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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