पिंडरा।
सनातनी परम्परा और पौराणिक मान्यताओं के तहत आँवला नवमी को लक्ष्मी का श्रृंगार और ब्राह्मण भोज दिया गया।
ग्रामीण क्षेत्रों में जगह जगह आँवला वृक्ष के नीचे बैठकर पूजन करने के साथ भोजन भी किया। घर की महिलाएं आँवला नवमी को माँ लक्ष्मी का श्रृंगार कर विधिवत पूजा पाठ किया। इस दौरान महिलाओं ने आंवला लक्ष्मी माँ के कथा का श्रवण भी किया।
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