किसानों ने कहां गांव का विकास करना है तो स्मार्ट गांव बनाया जाय

काशी द्वार योजना को निरस्त करने की मांग

पिंडरा। आदिकाल से यह कहा जाता है कि किसान अन्न दाता है किसान पैदा करते हैं तो पूरा भारत वर्ष खाता है लेकिन आज किसानों को उजाड़ कर उनकी उपजाऊ खेती को लेकर स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है वही इस आंदोलन के कृषक नेता प्रेम नट ने किसानों को संबंध करते हुए कहा कि सरकार स्मार्ट सिटी क्यों बनवा रही है हमारे गांव को स्मार्ट गांव बना दे किसान खुशहाल हो जाएगा गांव गांव हो जाएगा लोगों को रोजगार भी मिलेंगे। लेकिन सरकारआवास विकास परिषद द्वारा प्रस्तावित काशी द्वार के लिए जमीन अधिग्रहण की सूचना प्रकाशन के बाद किसान फिर आंदोलन करने का निर्णय लिया और रद्द होने तक आंदोलन करने की चेतावनी दी।
पिंडरा के मानापुर में गुरुवार को संयुक्त किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले प्रभावित गांवों के किसानों की हुई बैठक में किसानों ने प्रशासन के ऊपर किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाया । किसानों का कहना था पूर्व में जब आंदोलन चल रहा था तो प्रशासन द्वारा इस तरह की कोई योजना के तहत जमीन अधिग्रहण न करने की बात कह आंदोलन खत्म कराया था। किसानों ने अपने मांगो को मुख्यमंत्री तक पहुचाने व काशी द्वार योजना को बहुफसली जमीन से निरस्त करने की अपील की।
बैठकर के दौरान सन्तोष पटेल, प्रेम नट, फतेहनारायन सिंह, अखिलेश कुमार, श्यामलाल, बच्चन,रामजी सिंह, मेवालाल, जितेंद्र कुमार , लक्ष्मण व जोखू समेत अनेक लोग रहे।
उक्त बैठक में पिंडरा, मानापुर, रमईपुर, बसनी, कथौली, समोगरा, चकइन्दर, बेलवा, बहुतरा व पुरारघुनाथपुर गांव के किसान रहे।

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