भारत दे सकता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को चुनौती– प्रोफेसर वेलेंटाइन

पिंडरा।कैथाैली स्थित मां शारदा महिला महाविद्यालय एवं मां शारदा इंग्लिश स्कूल में बुधवार को इटालियन विजिटिंग प्रोफेसर डॉक्टर वेलेंटाइन जिओकामिन का स्वागत किया गया। वे भारत में शिक्षा व्यवस्था और सांस्कृतिक आदान प्रदान पर अध्ययन एलिस प्रोजेक्ट के तहत कर रहे हैं ।उन्होंने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहाकि जब मैं 1997 में भारत आया था तो उसे समय प्रमुख शिक्षाविद स्वर्गीय बाबू चंद्रमा सिंह से मेरी मुलाकात हुई थी,और मैंने हरहुआ स्थित उड़िया बाबा इंटर कॉलेज ,राजेश्वरी बालिका इंटर कॉलेज कि शिक्षाव्यवस्था को देखा था । छात्रों एवं छात्राओं को संबोधित करते हुए डॉक्टर वेलेंटाइन जियोकामिन ने कहाकि भारत का ज्ञान ,भारत का वैदिक ज्ञान भारत का ऋषि परंपरा का ज्ञान सर्वोपरि है ।भविष्य में आने वाली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की चुनौती को केवल भारतीय ज्ञान ही समझ सकता है और चुनौती दे सकता है। स्वागत कार्यक्रम का शुभारंभ सर्वप्रथम संस्था के प्रेरणास्रोत स्वर्गीय बाबू चंद्रमा सिंह एवं मां शारदा देवी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से किया गया। मुख्य अतिथि का स्वागत अध्यक्ष कौशलेंद्र नारायण सिंह ने किया और कहाकि श्री वेलेंटीनो का वाराणसी से बहुत गहरा संबंध है और वे दो पीढ़ी के लोगों को अपने ज्ञान तथा सांस्कृतिक आदान-प्रदान से प्रभावित कर रहे हैं। इस अवसर पर डॉ प्रशांत कुमार सिंह, नवीन कुमार सिंह, परमानंद , ऋतु विश्वकर्मा आशीष कुमार सिंह, संस्थापक विजेंद्र नारायण सिंह तथा क्षेत्र के गणमान्य लोग उपस्थित रहे। धन्यवाद ज्ञापन प्रबंधक श्रीमती राखी सिंह तथा कार्यक्रम का संचालन जेपी सिंह ने किया।

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