पिंडरा।
उत्तर प्रदेश बार कॉउंसिल के आह्वान पर गत दिनों बाराबंकी में अधिवक्ता विधेयक 1961 के संशोधन के विरोध में धरना प्रदर्शन करने पर वकीलों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने पर पिंडरा के वकील आक्रोशित दिखे और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
सोमवार को सुबह पिंडरा तहसीलदार बार एसोसिएशन के बैनर तले लाइब्रेरी भवन में अधिवक्ताओं की बैठक हुई।जिसमें 25 फरवरी को बार कॉउंसिल के आह्वान पर धरना देने पर पुलिस द्वारा बाराबंकी में एफआईआर दर्ज करने पर आक्रोश जताया और इसके विरोध में पत्रक देने का निर्णय लिया। उसके बाद अधिवक्ता जुलूस के रूप में एसडीएम पिंडरा कार्यालय पहुचे और वकीलों के विरुद्ध हुए एफआईआर पर आक्रोश जताते हुए पूरे दिन न्यायिक कार्य से विरत होने के बाबत पत्रक दिया।
पत्रक के बाद सोमवार को पिंडरा तहसील के सभी न्यायालयों के न्यायिक कार्य से अधिवक्ता विरत रहे।
जिसमे पिंडरा बार के अध्यक्ष कृपाशंकर पटेल, महामंत्री सुधीर कुमार सिंह, पूर्व अध्यक्ष शिवपूजन सिंह, श्रीनाथ गोंड़,कमला प्रसाद मिश्रा, जवाहरलाल वर्मा, उदयनाथ भारती , प्रेमशंकर सिंह, राजेश सिंह, श्याम शंकर सिंह, जटाशंकर मिश्रा, दीपक सैनी, छोटेलाल, सतीश पांडेय, सुभाष सिंह, आशीष दुबे व अजय गुप्ता समेत अनेक अधिवक्ता रहे।
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