यूपी में गांव-गांव पहुंचेगा RSS, बीजेपी से नाराजगी के बीच CM योगी से होगी मुलाकात~~
लोकसभा चुनाव में BJP से नाराजगी के बीच राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत पहली बार 5 दिन के लिए गोरखपुर में हैं। प्रवास के तीसरे दिन शुक्रवार, 14 जून को भागवत ने कहा- शताब्दी वर्ष में हमें कुछ बड़ा करना है। हर गांव में शाखा लगानी है। हर वर्ग, हर समाज और हर धर्म के लोग शाखा से जोड़े जाएं।
संघ प्रमुख भागवत ने स्वयंसेवकों से कहा- 2025 तक ऐसा कोई गांव न बचे, जहां RSS न हो। यानी 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भागवत संघ को और मजबूत करने का रास्ता दिखा रहे हैं।
वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आज शाम को गोरखपुर पहुंच रहे हैं। लोकसभा चुनाव में UP के परिणाम आने के बाद योगी से यह पहली मुलाकात है। इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं।
सबसे पहले जानिए गोरखपुर से संघ प्रमुख ने क्या संदेश दिए
1- राष्ट्रवाद की भावना को मजबूत करें, भेदभाव दूर करें
मोहन भागवत ने शताब्दी वर्ष में संघ को गांवों तक पहुंचाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा- 2025 में संघ अपने शताब्दी वर्ष में प्रवेश करेगा। ऐसे में भारतीय संस्कृति और उसके सभ्यता-गत मूल्यों को बनाए रखने के लिए हर गांव तक संघ को पहुंचाना होगा। हमें भेदभाव दूर करना होगा, अगले साल तक ऐसा कोई गांव नहीं बचना चाहिए जहां संघ न हो। हमें अपनी भाषा और व्यवहार में संयम रखते हुए सभी तक पहुंचना है।
2- हम शताब्दी वर्ष में पहुंच रहे, हमें कुछ बड़ा करना होगा
RSS चीफ ने कहा- 1925 में विजया-दशमी के दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना हुई थी। स्थापना से लेकर आज तक संघ ने तमाम उतार-चढ़ाव का अनुभव किया। संघ ने समाज और राष्ट्र की मजबूती को लेकर अनवरत कार्य किया। अगले साल संघ की स्थापना के 100 साल पूरे होंगे। शताब्दी वर्ष संघ के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण वर्ष है। शताब्दी वर्ष में हम सभी स्वयंसेवकों का दायित्व संघ के व्यापक विकास का होना चाहिए।
3- संघ की नकारात्मक छवि बनाने वालों से सावधान रहें
मोहन भागवत ने संघ के सामाजिक सरोकारों पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा- कोरोनाकाल में संघ के स्वयंसेवकों ने अपनी जान की परवाह किए बिना पीड़ितों और उनके परिजनों की मदद की। राष्ट्र के समक्ष जब कोई संकट आया, उसका स्वयंसेवकों ने डटकर मुकाबला किया। लेकिन, कुछ लोग समाज में संघ की नकरात्मक छवि बनाने का प्रयास भी करते हैं। ऐसे लोगों से बचिए जो आपकी सेवा की भावना को खराब करते हैं, उनसे दूरी बनाकर रखनी चाहिए।
अब जानिए संघ BJP से नाराज क्यों?
1. यूपी में टिकट बंटवारे पर RSS सहमत नहीं
चुनाव में यूपी ने भाजपा को बड़ा झटका दिया। इसे RSS ने टिकट बंटवारे के वक्त ही भांप लिया था। संघ ने 10 से ज्यादा सीटों पर कैंडिडेट्स पर असहमति जताई थी। इनमें प्रतापगढ़, श्रावस्ती, कौशांबी, रायबरेली और कानपुर जैसी सीटें शामिल थीं। कानपुर के अलावा सभी सीटों पर भाजपा कैंडिडेट्स की हार हुई।
2. चुनावी मुद्दों को इग्नोर किया
RSS ने भाजपा को मुद्दों की एक लिस्ट सौंपी थी। इसमें कहा गया था कि विपक्ष पर ED-CBI की कार्रवाई करने के बजाय, अपने अचीवमेंट गिनाना चाहिए। नेशनल और इंटरनल सिक्योरिटी के मुद्दे पर सरकार के पास कई उपलब्धियां हैं। RSS की सलाह थी कि ग्राउंड में जनता इन मुद्दों को सुनना भी चाहती है। हम इस पर रिपोर्ट कार्ड भी दे सकते थे। संघ का कहना था कि मुफ्त के खेल में विपक्ष हमसे बहुत आगे है। इसलिए हमें मुफ्त में राशन देना बंद करना चाहिए।
3- जिलाध्यक्षों की नियुक्ति में संघ को नहीं मिला महत्व
लोकसभा चुनाव से पहले BJP ने संगठन में कई बदलाव किए। कई जिलों के अध्यक्ष और क्षेत्रीय अध्यक्षों को जिम्मेदारी दी गई थी। इसमें संघ परिवार के फीडबैक की अनदेखी की गई। खासतौर से काशी के क्षेत्रीय अध्यक्ष और कुछ पदाधिकारियों की नियुक्ति को लेकर संघ ने नाराजगी भी व्यक्त की थी। वाराणसी समेत कई लोकसभा क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत में भारी कमी आने के पीछे पदाधिकारियों की मनमानी नियुक्ति को भी एक बड़ा कारण माना गया।
योगी से चुनाव परिणाम और आगे की रणनीति पर होगी बात
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज, शुक्रवार को वाराणसी का दौरा पूरा करने के बाद शाम को गोरखपुर पहुंच रहे हैं। वह यहां दो दिवसीय दौरे पर हैं। लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद मोहन भागवत से योगी की ये पहली मुलाकात है। इसी वजह से इस मुलाकात को खास माना जा रहा है। सीएम और मोहन भागवत इस दौरान लोकसभा चुनाव और भारत में संघ के विस्तार को लेकर पर बात कर सकते हैं।
योगी और मोहन भागवत की मुलाकात के मायने
1- योगी को मजबूत करने का संदेश दे सकते हैं भागवत
लोकसभा चुनाव के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बड़ा बयान दिया। केजरीवाल ने कहा था- चुनाव खत्म होते ही योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद से हटा दिया जाएगा। ये बयान पूरे चुनाव में चर्चा का विषय बना रहा। मोहन भागवत से मुलाकात के बाद योगी को संघ का मोरल सपोर्ट मिलेगा। मोहन भागवत योगी को मजबूत करने का मैसेज भी दे सकते हैं। हालांकि इस दौरान चुनावी समीक्षा पर भी बातचीत होगी।
2- भविष्य की राजनीति की तैयारी
लोकसभा चुनाव में UP के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को नेशनल फेस बनाया गया। वह कई राज्यों में चुनाव प्रचार करने पहुंचे। ऐसे में राजनीतिक जानकार मानते हैं कि संघ भी भविष्य की राजनीति के नए चेहरे के रूप में योगी को आगे कर सकता है।
पूर्वांचल की हारी हुई 17 सीटों का फीडबैक लिया
RSS चीफ ने दो दिन में यहां 280 स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण देने के साथ-साथ काशी, अवध और गोरक्षा प्रांत के संघ पदाधिकारियों से मुलाकात भी की है। बताया जा रहा है कि इस दौरान उन्होंने पूर्वांचल में चुनाव परिणाम का अनौपचारिक फीडबैक भी लिया है।
दरअसल, पूर्वांचल की 29 सीटों में से BJP 17 सीटें हार गई हैं।
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